नमस्कार दोस्तों, आप सभी का स्वागत है Jankari Hindi me blog पोस्ट पर और लेकर आया हूँ md क्या हैं? और सवालों के जवाब इस बारे में आप जानना चाहते हैं जीस फील्ड में आप करियर बनाना चाहते हैं, लेकिन सही इन्फॉर्मेशन और सही गाइडेंस की तलाश है एग्ज़ैक्ट्ली ये दोनों ही बहुत इम्पोर्टेन्ट चीज़ है लाइफ में बहुत आगे तक जाने के लिए और हम हमेशा आप के साथ है तो आइये इस जर्नी को थोड़ा और आगे बढ़ाते हैं और बात करते है की एमबीबीएस कोर्स के बारे में, तो आप सब जानते ही होंगे, जो कि अंडर ग्रैजुएट डिग्री होती है इसलिए फर्स्ट प्रोफेशनल डिग्री भी कह सकते हैं और यह तो आपको पता ही होगा की एम बी बी एस डिग्री लेने के बाद उस स्टूडेंट के नाम के आगे डॉक्टर शब्द जुड़ जाता है लोग बड़े खुश होते हैं और अच्छे लगता है इतनी मेहनत के बाद भी अगर आप डॉक्टर बन जाते हैं लेकिन डॉक्टर की आगे पीछे भी बहुत सारी और भी चीज़े है बहुत सारे और भी फील्ड है जहाँ पर आप बहुत कुछ कर सकते हैं तो अगर बात की जाए एमडी(md) कोर्स के बारे में तो अगर इसके बारे में आप जानना चाहते है आपने थोड़ा बहुत सुना है तो बस देर किस बात की? आज पूरी जानकारी एमडी(md) कोर्स के बारे में आपको इस ब्लॉग पोस्ट मैं मिल जायेंगी इसलिए इस पोस्ट को पूरा पड़ना।
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md kya hai |
MD क्या हैं हिंदी मैं (What Is MD In Hindi)
सबसे पहले जानते हैं कि एमडी (md) क्या है? क्यूंकि कुछ लोगों को यहीं पता नहीं होता की md kya hai चलिए आप सभी को बताता हूं, एमडी(md), पोस्ट ग्रैजुएट स्पेशलिस्ट कोर्स होता है, जिसे एमबीबीएस(MBBS) कंप्लीट करने के बाद ही किया जा सकता है इस पोस्ट ग्रैजुएट कोर्स में स्टूडेंट को रेडियोथेरपी, जनरल मेडिसिन जैसे सब्जेक्ट की डीप और अच्छी नॉलेज दी जाती है ताकि डॉक्टर के तौर पर बीमारी को आसानी से पहचाना जा सके और इसका सही इलाज किया जा सके।
एमडी (md) हाई कोर्स माना जाता हैं, इसे करने के बाद जो डॉक्टर बनते हैं वह भी हाई क्लास डॉक्टर माने जाते हैं। यह एक ऐसा कोर्स माना जाता हैं जो Practical और theory दोनो तरह से होता हैं।
MD Full From In Hindi (एमडी का फुल फॉर्म)
अब आप सोच रहे होंगे कि जिस के बारे मैं आप जानकारी ले रहें हैं उस का फुल फॉर्म तो पता ही होना चाहिए, चलिए बताता हूं -MD Full From - Doctor of Medicine
एमडी का फुल फॉर्म हिंदी मैं - आयुर्विज्ञान चिकित्सक।
MD Course Eligibility In India
अगर हम एमडी (md) कोर्स के लिए शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो इसके लिए आपको PCB - (physics, chemistry, biology) सब्जेक्ट से, 12th 50%-55% इंग्लिश सब्जेक्ट के साथ पास करना अनिवार्य हैं, साथ ही साथ MBBS या BHMS किसी एक कोर्स के साथ, मान्यता प्राप्त कॉलेज से पास होने चाहिए।MD Course Duration And Fees In Hindi
इस कोर्स के ड्यूरेशन तीन साल की होती है और यह कोर्स 6 सेमेस्टर मैं पूरा होता है, जिसमें एक साल में दो सेमेस्टर होते हैं। और अगर हम साथ ही साथ एमडी कोर्स की फीस के बारे मैं बात करें, md कोर्स की फीस सभी कॉलेजों या युनिवर्सिटी में एक जैसी नहीं होती, यह निर्भर करती हैं की आप किस कॉलेज या युनिवर्सिटी से कर रहे हैं लेकिन फिर भी अंदाजे से फीस का अनुमान बताया जाए तो यह 40 हजार से लेकर 9 लाख के बीच हो सकती हैं।MD Admission Prosess In Hindi
अब आपको बताते हैं कि how to get admission in md after mbbs, एमडी(md) स्पेशलाइज्ड कोर्स होता है, जिसे एमबीबीएस करने के बाद किया जा सकता है इस कोर्स में ऐडमिशन लेने के लिए कैंडिडेट को नैश्नल लेवल एंट्रेंस टेस्ट(National Level Entrance Test) यानी की NEET PG को क्लियर करना ज़रूरी होता है जबकि कुछ फेमस मेडिकल कॉलेजेस जैसे कि एम्स जेआईपीएमईआर(JIPMER) का अपना अलग अलग एंट्रेंस टेस्ट होता है, जिसके बाद मैरिट लिस्ट के बेस पर ऐडमिशन दिया जाता है वैसे कुछ कॉलेज ऐडमिशन से पहले इंटरव्यू भी लिया करते हैं।MD Specialization List In Hindi
Md specialization list जानने से पहले आपको what is specialization (विशेषज्ञता क्या हैं) को जानना बहुत जरूरी है, एमडी विशेषज्ञता मैं बहुत सी शाखाएं शामिल होती हैं जो अभी हम आपको बताएंगे, एमडी विशेषज्ञता का मतलब है की जो शाखा उस छात्र को पसंद हैं उसे, उस शाखा का विशेषज्ञ बना देना।एमडी स्पेशलाइजेशन लिस्ट के बारे में -
- एमडी इन कार्डियोलॉजी (MD in Cardiology)
- एमडी इन एन्डोक्रीनोलाजी (MD in Endocrinology)
- एमडी इन क्लिनिकल फार्माकोलॉजी
- एमडी इन क्लिनिकल हेमेटोलॉजी
- एमडी इन मेडिकल ऑन्कोलॉजी
- एमडी इन रिमोट टो लॉजी
- एमडी इन गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी (MD in Gastroenterology)
- एमडी इ न्यूरोलॉजी (MD E Neurology)
- एमडी इन इंट्रोलॉजी (MD in Intrology)
- एमडी इन न्यूरो रेडियोलॉजी
- एमडी इन पल्मोनरी मेडिसिन
- एमडी इन मेडिकल गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी
एमडी कोर्स करने के लिए बेस्ट कॉलेज ( MD Course Top Colleges In India)
- इंडिया के कुछ बेहतरीन एमडी (md) कॉलेजेस के बारे में - Kasturba Medical College
- Mangalore Christian Medical College
- Vellore St John's Medical College
- Bengaluru Kasturba Medical College
- Manipal MS Ramaiah Medical College
- Bangalore All India Institute of Medical Science New Delhi
- Hamdard Institute of Medical Science and Research
- New Delhi Ground Medical College
- Mumbai Jawaharlal Institute of Postgraduate Medical Education and Research (GIPNER)
MD Course करने के लिए स्किल क्या हैं? (What are the skills to do MD Course in Hindi)
MD करने से क्या फ़ायदे मिलते हैं? (Benefits of MD Course in Hindi)
एमडी करने के बाद जॉब ऑप्शन (Job options After MD in Hindi)
- हॉस्पिटल्स (Hospitals)
- लैबोरेटरीज़ (laboratories)
- मेडिकल कॉलेजेस (medical colleges)
- हेल्थ सेंटर्स (health center)
- नर्सिंग होम्स (nursing homes)
- पॉलीक्लिनिक्स (polyclinics)
- प्राइवेट प्रैक्टिस रिसर्च इन्स्टिट्यूट (Private Practice Research Institute)
- बायोमेडिकल कम्पनीज़ (bio medical companies)
और आगे अब आपको बताते हैं कि एमडी करने के बाद कौन कौन सी जॉब ऑप्शंस आपको मिलते हैं -
डर्मेटोलॉजिस्ट (dermatologist)
ईएनटी(ENT) स्पेशलिस्ट
गैस्ट्रोइंट्रोलॉजिस्ट
जनरल सर्जन
गाइनकोलॉजिस्ट (gynecologist)
हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर न्यूरोलॉजिस्ट
पैथोलॉजिस्ट (pathologist)
फ़िज़िशन रेडियोलॉजिस्ट और भी बहुत।
एमडी की सैलरी कितनी होती हैं (Salary after MD in Hindi)
प्रश्न 1- क्या एमडी के बाद डीएम करना ज़रूरी हैं?
उत्तर - देखिए ऐसा तो नहीं हैं, यह आपके ऊपर निर्भर करता है यदि आप ओर पड़ना चाहते हैं तो फिर आगे डीएम कर सकते हैं, नहीं तो एमडी करने के बाद भी जॉब कर सकते है।प्रश्न 2- एमडी मैं कितना खर्च होता हैं?
उत्तर - एमडी मैं कितना खर्च होंगा यह निर्भर करता हैं आपके कॉलेज या युनिवर्सिटी पर, फिर भी अंदाजे से बताया जाए तो एमडी का खर्च 40 हजार से 9 लाख के बीच हो सकता हैं।
प्रश्न 3 - एमएस(ms) और एमडी(md) के बीच क्या अंतर होता है?
उत्तर - आइये इस कन्फ्यूजन को अभी दूर करते हैं एमएस जनरल सर्जरी में मास्टर डिग्री होती है जबकि एमडी जनरल मेडिसिन में मास्टर डिग्री होती है इन दोनों ही पोस्ट ग्रैजुएशन कोर्सेस में से किसी एक में ऐडमिशन लेने के लिए एमबीबीएस कोर्स कंप्लीट होना जरूरी होता है एम एस पे केवल सर्जिकल स्टडीज़ शामिल होती हैं, जबकि एम् डी में नॉन सर्जिकल स्टडीज़ शामिल होती है यानी जनरल फ़िज़िशन बनने के लिए कैंडिडेट का एमबीबीएस के बाद एमडी कोर्स करना होता है, जबकि हार्ट सर्जन या न्यूरो सर्जन बनने के लिए एमएस कोर्स करना होगा
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